ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक | grishmakalin olympic

ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक

ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक खेलः ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक खेल सर्वप्रथम 1896 में हुए। यह अन्तर्राष्ट्रीय विभिन्न खेल प्रतियोगिताएँ अलग-अलग देशों में प्रत्येक चार वर्ष बाद आयोजित की जाती है। सबसे आखिरी ओलम्पिक खेल रियो ब्राजिल में हुए। ग्रीष्म कालीन ओलम्पिक खेल, शीत कालीन ओलम्पिक खेलों की अपार सफलता के बाद आयोजित किए गए।
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अठारह देशों में ग्रीष्म कालीन ओलम्पिक खेल आयोजित किए जा चुके है। संयुक्त राज्य अमेरिका में सन (1904, 1932, 1984, 1996) चार बार ओलम्पिक खेलों का आयोजित कर चुका है। इसके साथ ही ब्रिटेन में तीन बार ग्रीष्म कालीन ओलम्पिक खेल (1908,1948, 2012) आयोजित किए गए। चार देश दो बार ग्रीष्म कालीन ओलम्पिक आयोजित कर चुके है।
ऐथेन्स (1896, 2004), पेरिस (1900, 1924) लॉस एंजेल्स (1932, 1984) और टोकियो में (1964, 2020)।

ओलम्पिक प्रतीकः (Olympic Symbol)

बैरेन- पैयरी-डी कॉबरटीन द्वारा रचित और डिजाइन किया हुआ एक प्रतीक है। यह सफेद सिल्क के कपड़े पर बने पाँच वृत (छल्ले) हैं जो आपस में जुडे हुए है। यह पाँच रंग के वृत पाँच महाद्वीपों को प्रदर्शित करते हैं और सारे संसार से आने वाले खिलाड़ियों को जो ओलम्पिक में भाग लेते हैं यह वृत नीला, काला, लाल, पीला, और हरे रंग के होते हैं।

ओलम्पिक मोटो (OLYMPIC MOTO)

ओलम्पिक मोटो लेटिन के तीन शब्दो से बना है

CITIUS (साईटियस)
तेज दौड़ना

ALTIUS (आलटियस)
ऊँचा कूदना

FORTIUS (फोरटियस)
तेज फेकना

ओलम्पिक आदर्श (OLYMPIC IDEAL)

"ओलम्पिक खेलो में जीतना उतना आवश्यक नहीं है, जितना आवश्यक है 'भाग' लेना। जीवन में सबसे बड़ी बात 'भाग' लेना नहीं है, संघर्ष है। सबसे महत्वपूर्ण बात 'जीत' की कामना करना नहीं , बल्कि अच्छी तरह लड़ना है"

ओलम्पिक के उद्देश्य (OBJECTIVES OF OLYMPIC)

  • प्रतियोगियों में निष्ठा, भाईचारा और टीम भावना जागृत करना
  • विश्व के सभी राष्ट्रों का ध्यान शारीरिक शिक्षा के कार्यक्रमों के मूल्यों को समझाने के लिए
  • युवाओं के व्यक्तित्व, चरित्र, नागरिकता के गणों का विकास करना
  • अंतराष्ट्रीय मैत्री भावना व शान्ति का विकास करना
  • खिलाड़ियों में अच्छी अदतों का निर्माण करना, ताकि व खुशहाल और स्वस्थ्य जीवन बिता सके।

ओलम्पिक आंदोलन द्वारा मूल्यों का विकास

मूल्य
  • मैत्री
  • भाईचारा
  • निष्पक्ष खेल
  • भेद-भाव से मुक्त
  • नशे और ड्रग्स से मुक्त

अन्तराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति

ओलम्पिक खेलों के सही प्रकार से संचालन के लिये, अंतराष्ट्रीय समिति का गठन 23 जून 1894 में हुआ। इस समिति में हर देश से एक प्रतिनिधि लिया गया। इस समिति का मुख्यालय लुसाने (LUSANNE) स्टिजरलैण्ड में है। इस समिति में एक अध्यक्ष, दो उप-अध्यक्ष और पाँच मुख्य कार्यकारिणी सदस्य होते हैं।

भारतीय ओलम्पिक संघ

भारतीय ओलम्पिक संघ का गठन 1927 में हुआ। श्री दोराबजी टाटा इसके सबसे पहले अध्यक्ष थे डा. नौरिन सचिव और श्री जी. डी. सोधी इसके उप सचिव बने। यह संघ, अन्तराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति से मान्यता प्राप्त है।

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