मोहम्मद बिन तुगलक के कार्य गयासुद्दीन तुगलक की मृत्यु के पश्चात् उसका पुत्र जूना खाँ मुहम्मद बिन तुगलक के नाम से 1325 ई. में सिंहासन पर बैठा। मुहम्मद तुगलक एक कठोर परिश्…Read More मोहम्मद बिन तुगलक के कार्य | muhammad bin tughlaq ke karya

मोहम्मद बिन तुगलक के कार्य गयासुद्दीन तुगलक की मृत्यु के पश्चात् उसका पुत्र जूना खाँ मुहम्मद बिन तुगलक के नाम से 1325 ई. में सिंहासन पर बैठा। मुहम्मद तुगलक एक कठोर परिश्…Read More मोहम्मद बिन तुगलक के कार्य | muhammad bin tughlaq ke karya
विजयनगर साम्राज्य दिल्ली सल्तनत एक अखिल भारतीय साम्राज्य स्थापित करने में असफल रही। तेरहवीं शताब्दी में दक्षिण भारत को अपने नियन्त्रण में लाने के लिए सल्तनत की महत्त्वाक…Read More विजयनगर साम्राज्य का इतिहास, स्थापना, प्रमुख शासक, पतन के कारण | vijay nagar samrajya
बहमनी साम्राज्य बहमनी साम्राज्य की स्थापना मुम्हमद तुगलक के शासन के अन्तिम वर्षों में दक्षिण भारत में नियुक्त उसके मुस्लिम अमीरों में सुल्तान की अत्याचारपूर्ण नीति के वि…Read More बहमनी साम्राज्य - बहमनी साम्राज्य का इतिहास | bahmani samrajya
शाहजहां का प्रारम्भिक जीवन शाहजहां का जन्म 5 जनवरी, 1592 ई. को लाहौर में हुआ। उसकी माता सुप्रसिद्ध राजपूत रमणी जगत गोसाईं मोटा राजा उदयसिंह की सुपुत्री थी। इसका बचपन का …Read More शाहजहाँ - शाहजहाँ का इतिहास (1592-1627 ई.) | shah jahan in hindi
औरंगजेब का प्रारम्भिक जीवन मुहीउद्दीन मुहम्मद औरंगजेब का जन्म 3 नवम्बर, 1618 ई को उज्जैन के निकट दोहद में हुआ था। उस समय उसका बाबा जहांगीर दक्षिण से आगरा लौट रहा था। अपन…Read More औरंगजेब - औरंगज़ेब का इतिहास | aurangzeb history in hindi
जीवन परिचय फीरोज-तुगलक मुहम्मद तुगलक का चचेरा भाई था। उसके पिता का नाम मलिक रज्जब (ग्यासुद्दीन तुगलक का छोटा भाई) था। उसकी माता का नाम बीबी नैला था, जो अबोहर (पंजाब के व…Read More फिरोज़ शाह तुगलक | Firoz Shah Tuglaq in Hindi
मुहम्मद बिन तुगलक खुसरो कां का वध करने के पश्चात गाजी मलिक ग्यासद्दीन तुगलक के नाम से शासक बना। इस प्रकार उसने तुगलक वंश की नींव डाली। तुगलक वंश के शासकों ने 1320 ई. से …Read More मुहम्मद बिन तुगलक | muhammad bin tughlaq in hindi
सल्तनत काल उत्तर भारत में तुर्क राज्य की स्थापना के साथ ही भारतीय समाज में मुसलमानों के रूप में एक ऐसा तत्त्व आ गया जिसे हिन्दू समाज कालान्तर में भी आत्मसात् न कर सका। ध…Read More सल्तनत काल - सल्तनत काल का इतिहास | saltanat kal
सल्तनत काल में राज्य का स्वरूप दिल्ली सल्तनत एक धर्मतन्त्रिका राज्य था। इस्लाम ही राजधर्म था तथा उसी के अनुसार शासन संचालन करना पड़ता था। उच्च पदों पर भी मुसलमानों को ही…Read More सल्तनत कालीन प्रशासन - सल्तनत कालीन प्रशासन व्यवस्था | saltanat kalin prashasan
बक्सर का युद्ध प्लासी का युद्ध बंगाल में कंम्पनी-शासन का पहला चरण था। इसका दूसरा चरण बक्सर का युद्ध साबित हुआ। बक्सर के युद्ध के परिणाम पहले के युद्ध की अपेक्षा ज्यादा म…Read More बक्सर का युद्ध | baksar ka yuddh
प्लासी का युद्ध बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला तथा ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना के मध्य 23 जून, 1757 को मुर्शीदाबाद के दक्षिण में नदिया जिले के 'प्लासी' नामक स्…Read More प्लासी का युद्ध - कारण, महत्त्व और परिणाम | plasi ka yuddh
मुगलों की धार्मिक नीति औरंगजेब से पूर्व तक के मुगल सम्राटों ले धार्मिक क्षेत्र में उदार नीति अपनाकर सिद्ध कर दिया था कि यही भारत के शासक वर्ग के लिए उपयुक्त है। बाबर एवं…Read More मुगलों की धार्मिक नीति | muglo ki dharmik niti
सविनय अवज्ञा आंदोलन महात्मा गांधी द्वारा प्रतिपादित सत्याग्रह का सिद्धान्त सत्य अथवा आत्मिक शक्ति पर बल देता है। इसकी सबसे सुन्दर अभिव्यक्ति सविनज्ञ अवज्ञा के रूप में हु…Read More सविनय अवज्ञा आंदोलन क्या है - कारण, प्रभाव, महत्त्व | savinay avagya aandolan kya hai
अलाउद्दीन खिलजी (1296 - 1316 ई.) अलाउद्दीन खिलजी के बारे में मुख्य जानकारी पूरा नाम अलाउद्दीन खिलजी दूसरा नाम जुना मोहम्मद खिलजी …Read More अलाउद्दीन खिलजी - अलाउद्दीन खिलजी का इतिहास (1296 - 1316 ई.) | alauddin khilji history in hindi
प्रस्तावना मोहम्मद गौरी पहला मुस्लिम आक्रमणकारी था जिसने भारत में साम्राज्य स्थापित करने का सक्रिय प्रयास किया। 1206 ई. में दमयक नामक स्थान में हिन्दु खोक्खरों ने गोरी क…Read More कुतुबुद्दीन ऐबक (1206-1210) | kutubuddin aibak in hindi
प्रस्तावना बलबन इलबकी कबीले का एक तुर्क था। युवावस्था में ही मंगोलों ने उसे अपना गुलाम बना लिया तथा बसरा के ख्वाजा जमालुद्दीन को बेच दिया। जमालुद्दीन ने उसे सुशिक्षित कर…Read More बलबन (1266-87 ई.) - बलबन का इतिहास | balban in hindi
प्रस्तावना रजिया योग्य पिता की योग्य पुत्री थी। इतिहासकार मिनहाज के शब्दों में, "वह एक महान् शासक, बुद्धिमती, न्यायप्रिय, उदार, विद्वानों की आश्रयदाता, प्रजा शुभ चि…Read More रजिया सुल्तान (1236 ईश्वी-1240 ईश्वी) | razia sultan in hindi