ऑक्सीकरण : ऑक्सीकरण वह रासायनिक प्रक्रिया है। जिसमें कोई परमाणु या आयन एक या अधिक इलेक्ट्रानों को त्यागकर उच्च विधुत्त धनात्मकता या निम्न विधुत्त ऋणात्मक अवस्था को प्राप्त करता है।
उदाहरण
2Mg + O2 > 2MgO
2H + O2 > 2H2O
अपचयन (Reduction) : अपचयन वह रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें कोई परमाणु या आयन इलेक्ट्रॉन ग्रहण करके निम्न विधुत्त धनात्मक अवस्था या उच्च विधुत्त ऋणात्मक अवस्था में परिवर्तित होता है।
2Mg + O2 > 2MgO
2H + O2 > 2H2O
अपचयन (Reduction) : अपचयन वह रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें कोई परमाणु या आयन इलेक्ट्रॉन ग्रहण करके निम्न विधुत्त धनात्मक अवस्था या उच्च विधुत्त ऋणात्मक अवस्था में परिवर्तित होता है।
उदाहरण - 2Na+CI2 → 2NaCl
नोट :
1. जिस पदार्थ का ऑक्सीकरण होता है वह अपचायक या अवकारक (Reducing Agent) कहलाता है तथा जिस पदार्थ का अवकरण या अपचयन होता है वह पदार्थ ऑक्सीकारक कहलाता है।
2. ऑक्सीकारक वे पदार्थ होते हैं जो इलेक्ट्रान ग्रहण करते हैं तथा अवकारक वे पदार्थ होते हैं तो इलेक्ट्रॉन त्याग करते हैं।
उदाहरण :
कुछ ऑक्सीकारक पदार्थ निम्न हैं- ऑक्सीजन, ओजोन, हाइड्रोजन परऑक्साइड, नाइट्रिक अम्ल, पोटैशियम परमैगनेट तथा क्लोरीन आदि।
3. कुछ अपचायक पदार्थ निम्न हैं- हाइड्रोजन, कार्बन मोनोऑक्साइड, कार्बन सल्फर डाईऑक्साइड।
नोट :
1. जिस पदार्थ का ऑक्सीकरण होता है वह अपचायक या अवकारक (Reducing Agent) कहलाता है तथा जिस पदार्थ का अवकरण या अपचयन होता है वह पदार्थ ऑक्सीकारक कहलाता है।
2. ऑक्सीकारक वे पदार्थ होते हैं जो इलेक्ट्रान ग्रहण करते हैं तथा अवकारक वे पदार्थ होते हैं तो इलेक्ट्रॉन त्याग करते हैं।
उदाहरण :
कुछ ऑक्सीकारक पदार्थ निम्न हैं- ऑक्सीजन, ओजोन, हाइड्रोजन परऑक्साइड, नाइट्रिक अम्ल, पोटैशियम परमैगनेट तथा क्लोरीन आदि।
3. कुछ अपचायक पदार्थ निम्न हैं- हाइड्रोजन, कार्बन मोनोऑक्साइड, कार्बन सल्फर डाईऑक्साइड।
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