विस्फोटक (Explosives)
विस्फोटक वे पदार्थ हैं जो एकाएक धक्के से या चोट मारने से या सुलगाये जाने पर अपने आयतन से कहीं अधिक आयतन वाले उत्पादों में परिवर्तित हो जाते हैं और काफी ऊर्जा उत्पनन करते हैं।
विस्फोटक के प्रकार
विस्फोटकों को मुख्य रूप से तीन वर्गों में विभाजित किया जा सकता है -
1. मिश्र विस्फोटक (Composite explosives),
2. ऐलिफैटिक नाइट्रो विस्फोटक (Aliphatic nitro explosives),
3. ऐरोमेटिक नाइट्रो विस्फोटक (Aromatic nitro explosives)
(1) मिश्र विस्फोटक
इस प्रकार के विस्फोटक दो या दो से अधिक रासायनिक पदार्थों को मिलाकर तैयार किये जाते
(1) गन पाउड- यह सबसे पुराना विस्फोटक पदार्थ है। जिसे बारूद के नाम से जाना जाता है, जिसका निर्माण शोरा, गंधक तथा चारकोल से किया जाता है |
(Il) डायनामाइट- डायनामाइट का आविष्कार एलोड नोबल ने सन् 1883 में किया था। नोबल ने इसे नाइट्रोग्लिसरीन को कीसेलगर (Kieselpuhr) में शोषित करके बनाया था।
डायनामाइट तेल के कुएँ खोदने, सड़कें बनाने, बाँध बनाने और सुरंगें बिछाने तथा चट्टानों को उड़ाने के काम आता है।
(2) ऐलिफटिक नाइट्रो विस्फोटक-
इस वर्ग में निम्नलिखित विस्फोटक आते हैं उदाहरण : नाइट्रो मेथेन, टेट्रानाइट्रो मेथेन
(3) ऐरोमेटिक नाइट्रो विस्फोटक-
इसके अन्तर्गत निम्नलिखित विस्फोटक पदार्थ आते हैं जो इस प्रकार
हैं
उदाहरण : ट्राइनाइट्रो टॉलूईन, पिक्रिक अम्ल या टी.एन.पी.